यदि आपका भी सपना है कि आपके ब्लॉग पर millions में traffic आए, visitors आपके ब्लॉग को visit करें, जिससे आपकी website की ranking boost होगी और आपकी website पर earning भी होगी, तो इसके लिए आपको SEO पर ध्यान देने की बहुत आवश्यकता है।
इसके पहले लेख में ही मैंने आपको SEO क्या है और SEO कैसे करते हैं, इसके बारे में विस्तार में जानकारी बताई है। वहाँ हमने On-Page SEO और Off-Page SEO को समझा था, परंतु वहाँ मैंने बहुत कम शब्दों में जानकारी बताई थी।
तो यदि आप सच में अपने content में On-Page SEO करना चाहते हैं, तो मैंने यह article पूरी detail में लिखा है, जहाँ आपको हर एक चीज समझाई गई है। तो On-Page SEO सीखने वालों, यह लेख पूरा जरूर पढ़ो।
On-Page SEO क्या है?
सिर्फ बेहतरीन content लिखने से कोई successful blogger बन पाता, तो आज हमारे देश में लाखों successful bloggers होते। परंतु ऐसा बिल्कुल नहीं है। Successful blogger बनने के लिए ब्लॉग की ranking matter करती है और वह ranking आपको On-Page SEO के द्वारा मिल सकती है।
On-Page SEO में बहुत सारी चीजें आती हैं, और इस लेख में मैं आपको 7 Main Types बताऊंगा, जिन्हें यदि आप अपने content में include करोगे तो आपके article को Google में first page पर ranking मिलने में कोई रोक नहीं पाएगा।
तो ज्यादा देरी न करते हुए चलिए On-Page SEO कैसे किया जाए, वह समझते हैं।
On Page SEO कैसे करें – 7 On-Page SEO Types
On-Page SEO करना बहुत कठिन कार्य नहीं है। आप इसे आसानी से समझकर अपने content में implement कर सकते हैं। आपको किसी भी SEO agency को hire करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी; free में आपके content का SEO हो जाएगा।

तो इन सात detailed On-Page SEO types को सीखने के बाद ही आप अपने content का On-Page SEO कर पाएँगे। तो चलिए, ज्यादा वक्त ना गँवाते हुए On-Page SEO कैसे करें, यह देख लेते हैं।
1. Blog Post Title
जितना bloggers अपने content पर focus करते हैं, उतना ही वे अपने blog post के title पर भी ध्यान देते हैं। क्योंकि ब्लॉग का title जितना attractive, unique और SEO-friendly होगा, उतना लोग उस title को पढ़कर click करेंगे।
मान लीजिए आपने content तो बहुत अच्छा लिखा है, परंतु title बहुत misleading है या title उतना खास नहीं है, तो user आपके title को पढ़ने के बाद उस पर click ही नहीं करेगा। तो आपके अच्छे content लिखने का कुछ ज्यादा फायदा नहीं हो पाएगा।
Blog post के title को लिखते समय आप हमेशा ध्यान रखें कि आपका content से संबंधित आप blog title लिखे जिसमे proper keyword आए। ऐसा blog title हो जिसको पढ़ने के बाद लोग उस title पर click करके पूरा article पढ़ने के लिए मजबूर हो जाएँ।
ब्लॉग के title में length हमेशा medium रखें। यदि आप long-tail keyword पर काम कर रहे हैं, तो वही keyword आपके title में आना चाहिए। यदि आपने बहुत बड़ा title लिख दिया तो वह SEO-friendly नहीं होगा और user हो सकता है उस title को पढ़ते ही किसी और website पर scroll कर जाए।
तो जितना हो सके उतना अपने title को attractive और optimize रखें। जितने कम शब्दों में आपका blog title होगा, उतना ज्यादा उस post title पर लोगों का ध्यान जाएगा।
2. Content Keyword
आप जिस किसी niche पर content लिख रहे हों, उस niche पर आपको पूरी research करनी होगी और उस विषय के सभी related keywords, जिसे हम content keywords भी कहते हैं, वह करना होगा।
यदि आप multi-niche पर काम कर रहे हों या फिर आपने किसी micro-niche blog पर काम करना शुरू किया है, तो आपको उस content की researching करनी होगी। यदि आपको Micro Niche Blogging क्या है? यह नहीं पता तो आप इस article को पढ़ सकते हैं।
मेरे ब्लॉग का उदाहरण ही लेते हैं। इस blog post में मैंने blogging के बारे में जानकारी दी है। तो जब आप यह लेख पढ़ रहे हों, तो इसमें मैंने सारे content keywords को डाला है और इन keywords को मैंने Semrush tool के द्वारा research किया है। इसीलिए आपको मेरे इस post में blogging से संबंधित और SEO से संबंधित सभी शब्द दिखेंगे।
तो आप जिस किसी विषय पर article लिखना चाहते हैं, उस विषय के keywords की research आप जरूर करें और keyword की density बहुत high मत रखिए।
जितना हो सके उतनी low keyword density पर कम करें। यदि आप एक ही keyword को अपने content में बहुत बार देंगे तो वह negative SEO कहलायेगा और उससे आपके content की ranking बढ़ाने की जगह घाट भी सकती है।
3. Heading Tags
Content तो हमने लिखना सीख लिया है, पर अब content में आपको blog post title के साथ कुछ अन्य headings भी रखनी होंगी। इन headings को हम blogging की दुनिया में heading tags (H1, H2, H3, etc.) कहते हैं।
Heading tags कुल 6 तरह के होते हैं, जिन्हें हम H1, H2, H3, H4, H5, H6 ऐसा कहते हैं, और इन headings के नाम से ही इनके महत्व भी होते हैं।
- जैसे H1 को हम heading one या blog post title भी कहते हैं। WordPress जैसे blogging platform पर post के title को by default H1 tag में रखा जाता है।
- फिर आता है H2, जिसे हम heading two कहते हैं और यह अपने content की main heading होती है।
- H3 को हम sub-heading भी कहते हैं। यहाँ आपके post के content पर जितने सारे sub-headings होंगे, वह इसी H3 heading tag के अंदर लिखने होते हैं।
- H4 tag को भी sub-heading की category में रखा जाता है, परंतु इसका ज्यादा इस्तेमाल bloggers नहीं करते और कुछ-कुछ blogs H4 को ही my thoughts या conclusion के सेक्शन में रखते हैं।
- Technically देखा जाए तो H5 heading tag को conclusion या आपके article में आपने जितनी कुछ चर्चा कीउसके निष्कर्ष में रखा जाता है।
- H6 tag का उतना ज्यादा blogging में महत्व नहीं है इसीलिए इस पर ज्यादा focus नहीं करते हैं।
तो आप भी अपने content में सही heading tags का इस्तेमाल करें और अपने content को ज्यादा तरह से optimize करें। आपकी headings में जितना optimization रहेगा, उतने जल्दी crawler bots आपके content को indexing दिलवाएंगे।
4. Permalink/URL
Permalink एक technical शब्द है blogging में, तो इसे हम blog post का URL कहते हैं। Blog post का URL वह होता है जिसे आपका article का link कहा जाता है।
जब भी हमें अपने website के किसी content को WhatsApp पर या Facebook पर अपने दोस्तों के साथ share करना होता है, तो वह share हम article के URL या article के link के द्वारा करते हैं। इसीलिए article के Permalink का बहुत महत्व है।
Permalink में भी जितना हम महत्व heading और content को देते हैं, उतना ही permalink में देना होता है। Permalink को अब ज्यादा long नहीं रख सकते हैं और ज्यादा short भी नहीं रखें।
Permalink में आपकी website की topic या title के keywords सभी आने चाहिए।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए आप “domain क्या है” इस पर लेख लिख रहे हों, तो आपके blog post का title होगा “Domain क्या है और इसे कैसे खरीदें?“
अब इसका जो URL होगा वह आपको कुछ इस तरह लिखना होगा: yourwebsite.com/domain-kya-hai-kaise-kharide और इस URL में जो डैश (-) है, यह आपको हर एक शब्द के बाद देनी होती है, तभी वह आपका SEO-friendly URL बनता है।
तो हमेशा कोशिश करें अपने permalink में काम से कम शब्दों का इस्तेमाल करने का और permalink को ऐसा रखें जिसे users को पढ़ने में आसानी हो।
5. Rich Media
Blogging में जब आप content के अंदर किसी image या video को लगाते हैं, तो उसे rich media कहते हैं। और आपके content को हम textual format में लिखते हैं, तो उतना ही महत्व visuals में भी होता है।
अब यह visuals देने का काम image करती है, तो आपको image attractive बनानी होगी और अपने content से संबंधित image रहनी चाहिए। और उस image को पढ़ने के बाद ही व्यक्ति उस image पर click करके article पूरा पढ़ना है या नहीं यह decide करता है।
आप अपने content में दो तीन चार जितने चाहे उतने images का प्रयोग कर सकते हैं परंतु जहां necessary हो वही use करना चाहिए यदि बिना कारण से आप बहुत ज्यादा images अपने content में add करोगे तो उसे SEO पर negative impact पड़ेगा।
Image के साथ-साथ आपको video भी embed करना जरूरी है यदि आप किसी how-to विषय पर लेख लिख रहे हो तो उसे विषय से संबंधित आप YouTube पर tutorial के video को blog post में embed भी कर सकते हैं इससे आपका user का interaction ज्यादा बढ़ेगा।
6. Internal/External Linking
Blog के post में आपको internal linking का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी होता है। और External linking का अर्थ यदि आपको नहीं पता तो मैं बता दूं कंटेंट में कुछ अन्य websites के links को यदि आप जोड़ते हो तो उसे external linking कहते हैं (और अपनी ही वेबसाइट के दूसरे पेज को लिंक करना internal linking कहलाता है)।
जैसे मान लीजिए अपने किसी product का review किया है और उसे review वाले product का link आपको अपने content में डालना हैताकि आपके reader उस link पर click करके वह product देख सके तो इसे ही (अगर वो आपकी एफिलिएट लिंक या किसी और वेबसाइट की है तो) external linking कहते हैं।
ज्यादातर blogs में अपने content के अंदर links देखे ही होंगे यह links reference के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं, तो आपके content में भी आप दो से तीन जगह internal/external linking का ध्यान जरूर रखें।
7. Meta Description
आपने जितना भी content लिखा है, title, internal linking, image optimization, headings, जितनी चीजों पर आपने ध्यान दिया है, वह सारी चीज करने के बाद अंत में आपको सबसे महत्वपूर्ण जगह ध्यान देना होगा जिसे हम meta description कहते हैं।
Meta description के नाम से ही आपको समझ गया होगा कि इसे हम overview कहते हैं आपके content क्या है किस लिए है उसके बारे में small overview आपको देना होगा यह SEO का part होता है।
Meta description ज्यादातर SEO plugins जैसे Rank Math और Yoast SEO के द्वारा किया जाता है यहां आपको page title के नीचे ही meta description का एक section होता है जहां आपको अपने content का छोटा overview लिखना होता है।
इस overview के जरिए search engine पर जितने articles rank हैं user scroll करके देखता है किसका title image और meta description अच्छा लिखा गया है जब उसे उसके सवाल से संबंधित उत्तर का meta description दिखेगा तो वह उस link पर click करके उस website के content को पड़ता है।
जो लोग SEO plugins का इस्तेमाल नहीं करते हैं उन्हें भी घबराने की जरूरत नहीं है। Search engine automatically आपके content में से कुछ main keywords या main topics को extract करके आपके meta description में add करता है, जो Google search engine के search results में show होता है।
परंतु मैं आपको यही सलाह दूंगा कि आप एक अच्छे SEO plugin का इस्तेमाल करें। SEO plugins free में भी मौजूद हैं और इनका free version भी बहुत अच्छा काम करता है। तो आप Yoast SEO या फिर Rank Math SEO अपने ब्लॉग में इस्तेमाल करने का सोच सकते हैं।
On Page SEO के फायदे – Best Benefits for Bloggers
Website पर ranking दिलवाने का सबसे ज्यादा काम SEO ही करता है। तो यदि आपकी ख्वाइश है कि आपकी website पर आप भी analytics पर हजारों real-time users देखें तो यह सपना पूरा सिर्फ SEO के द्वारा हो पाएगा।
Ranking: On-Page SEO आपके competitors को पीछे छोड़कर आपको higher positions में ranking दिलवाएगा।
यदि आपने पहले से content publish कर रखा है और उसकी ranking थर्ड या फोर्थ पेज पर है तो आप उस content को re-edit करके उसे बेहतर बना सकते हैं और indexing करने के बाद जब दोबारा Google के bots आपके article को fetch करेंगे तो वह आपको better ranking position देंगे।
Traffic: जितना focus आप SEO पर करोगे इसका लाभ आपको website के traffic पर देखने मिलेगा क्योंकि सही SEO करने से ही visitors आपकी website पर आएंगे जिससे आपकी website पर ज्यादा traffic होगा।
Earning: SEO करने के बाद ही आपकी ranking decide होगी। जब आपको अच्छे position पर search engine में ranking मिलेगी तभी आपकी website पर traffic आएगा और जितने ज्यादा visitors आपकी website पर आएंगे उतना ज्यादा traffic को आप monetization के द्वारा convert कर पाओगे।
तो सरल शब्दों में कहा जाए तो SEO ही वह एक रास्ता है जिससे आपकी website पर traffic आएगा और उन traffic के द्वारा ही Google AdSense से आपके content से पैसे कमाने का मौका मिलेगा।
Conclusion
तो नए bloggers दोस्तों, ज्यादा वक्त ना गँवाते हुए आज ही अपने content को SEO-friendly बनाएं और On-Page SEO पर focus करें। जितना ज्यादा आप अपने content के On-Page SEO को आप अच्छा करोगे उतनी ज्यादा आपको ranking मिलेगी।