दोस्तों, ब्लॉगिंग में सफल होने के लिए हमें अपने competitor से बेहतर content, SEO, website customization और भी बहुत सी चीज़ों पर ध्यान देना होता है।
क्योंकि ब्लॉगिंग में जब इन सभी चीज़ों का एक सही तालमेल होता है, तभी आपके ब्लॉग पर better results देखने को मिलते हैं। और यदि आप अपने competitor से aware नहीं हैं, तो हो सकता है कि आपके articles उनसे बेहतर होने के बावजूद कभी rank ही न हो पाएं।
आप खुद सोचिए, आप बहुत मेहनत करके 1000 से 1500 शब्दों का एक अच्छा article लिख रहे हैं, आपने उसका On-page SEO भी कर लिया है और सारी ज़रूरी चीज़ें भी mention की हैं, फिर भी आपका article second या third page पर ही rank कर रहा है?
ऐसा इसलिए है, क्योंकि आप first और second page पर जो websites rank कर रही हैं, उन्हें analyze नहीं कर रहे हैं। यही websites आपके competitors हैं।
तो आपको अपने content में कुछ ऐसे improvements करने पड़ेंगे, जिससे गूगल भी आपको first और second page पर आपके competitor से बेहतर ranking देने पर मजबूर हो जाए।
Blogging में Competitor Analysis क्या है?
यदि आप भी अपने competitor से बेहतर कंटेंट लिखकर अपनी वेबसाइट की position को improve करना चाहते हैं, तो आपको competitor analysis कैसे किया जाए, यह समझना होगा। परंतु उससे पहले हम यह चर्चा करेंगे कि competitor analysis होता क्या है।

हर एक फील्ड में competition रहता है। अगर हम competition को सरल शब्दों में समझें तो:
मान लीजिए, मार्केट में एक जूते की दुकान है। अब ज़रूरी नहीं कि पूरे Market में सिर्फ आपकी ही दुकान हो। क्योंकि मार्केट बहुत बड़ा होता है, तो उसमें और भी जूतों की दुकानें हो सकती हैं। अब जिसे जूता खरीदना है, वह आपकी दुकान पर भी आएगा और दूसरे की दुकान पर भी जाएगा। जहाँ उसे बेहतर कीमत और क्वालिटी में जूता मिलेगा, वह उसी दुकान से खरीदेगा।
तो अब आपको दूसरी दुकान से बेहतर चीज़ें देने के लिए, उस दुकान का analysis करना पड़ेगा। आपको यह समझना पड़ेगा कि वह दुकानदार आपसे कितने सस्ते में जूता दे रहा है, कौन-सी कंपनी का दे रहा है और वह अपने customer को क्या बता रहा है।
इसी पूरी प्रक्रिया को competitor analysis करना कहते हैं। यह उदाहरण मैंने एक जूते की दुकान का दिया है, और ठीक यही आपको ब्लॉगिंग में भी करना होता है।
अगर इसे और सरल शब्दों में कहें तो, आपके जैसे ही बहुत से website authors अपने कंटेंट को publish करते हैं। जब गूगल उन वेबसाइट्स को आपसे ज़्यादा ranking देता है, तो आपको भी अपनी ranking improve करने के लिए उन वेबसाइट्स को जाकर analyze करना पड़ेगा।
आपको देखना होगा कि उन्होंने अपने content की length क्या रखी है, कौन-से keywords इस्तेमाल किए हैं, और कितनी links और images को अपने कंटेंट में डाला है। इसके अलावा, उनकी वेबसाइट पर DoFollow link और कितना organic traffic आ रहा है, यह सारी चीज़ें समझनी होंगी। इसी को competitor analysis कहते हैं।
Competitors Website का Analysis कैसे करे?
जैसा कि मैंने ऊपर बताया कि competitor analysis क्या होता है और ब्लॉगिंग में इसका क्या रोल है।
वैसे तो अपने competitor blogs की वेबसाइट का analysis करने के लिए सबसे लोकप्रिय टूल Semrush और UberSuggest है और अधिकतर bloggers इसी का इस्तेमाल करते हैं। परंतु यह एक paid tool है और इसका monthly subscription बहुत महंगा है, जिसे एक beginner blogger afford नहीं कर पाएगा।
तो इसी problem का solution मैं आपको इस लेख के ज़रिए दे रहा हूँ, जहाँ हम बिना Semrush का इस्तेमाल किए अपने competitor का analysis करना सीखेंगे।

1. Content Research
आप जिस किसी Niche या Micro Niche पर कंटेंट लिख रहे हैं, उस niche से संबंधित keyword को गूगल पर सर्च करें। पहले और दूसरे पेज पर जितनी भी वेबसाइट्स दिख रही हैं, उनके कंटेंट को पढ़ें। तभी आपको उनके लिखे हुए कंटेंट की uniqueness समझ आएगी।
उनका कंटेंट ध्यान से पढ़ें ताकि आपको पता चले कि जानकारी किस तरीके से लिखी गई है, वह कितनी प्रभावशाली है, और किन headings का इस्तेमाल किया गया है।
अब यदि आपको उनके कंटेंट में कोई कमी दिखती है, तो अपने पुराने आर्टिकल को सुधारें और उसे re-edit करने के बाद competitor की वेबसाइट से बेहतर कंटेंट लिखकर publish करें।
2. Backlinks
आजकल कई bloggers backlinks पर ध्यान ही नहीं देते हैं, और यही उनकी वेबसाइट की ranking न बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है। आप यह गलती न दोहराएं और अपने competitor की वेबसाइट पर जाकर उनकी backlinks को ढूंढें।
आप चाहें तो Backlink Checker Tool का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। वहाँ पर आपको बस अपने competitor की वेबसाइट या article का URL डालना होगा, और उसकी वेबसाइट पर मौजूद सभी backlinks आपको दिख जाएँगी।
आपको DoFollow और NoFollow दोनों तरह की backlinks पर ध्यान देना होगा। कोशिश करें कि आपकी वेबसाइट या पोस्ट पर भी लगभग उतनी ही या उससे अधिक high-quality backlinks हों, जितनी आपके competitor की हैं। तभी आपकी वेबसाइट की improvement होगी।
3. Keyword Search Volume
हो सकता है कि आपने और आपके competitor ने लगभग similar length का कंटेंट लिखा हो, परंतु फिर भी उसकी वेबसाइट की ranking आपसे बेहतर है। ऐसा इसलिए क्योंकि उसने अपने कंटेंट में keywords का placement बहुत सही तरीके से किया है।
उसने अपने कंटेंट में high search volume वाले keywords पर ज़्यादा focus किया है। आप Google Keyword Planner टूल का इस्तेमाल करें। वहाँ आपको keywords का search volume फ्री में देखने को मिलेगा। इससे आप अपने competitor के कंटेंट में मौजूद highlighted keywords को अपने कंटेंट में इस्तेमाल कर पाएंगे।
4. Check Traffic Source
अपने competitor की backlinks, keyword research और content quality देखने के बाद, यह देखना भी बहुत ज़रूरी है कि उसकी वेबसाइट पर ट्रैफिक किस source से आ रहा है। यह competitor analysis का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इससे आपको पता चलेगा कि ट्रैफिक Social Media, Organic Search या Direct आ रहा है। साथ ही, किस देश से और किस keyword से ज़्यादा ट्रैफिक आ रहा है, इसके बारे में भी जानकारी मिलेगी।
अपने competitor के traffic source को analyze करने के लिए आप Similarweb का Chrome Extension का इस्तेमाल करें।
5. SEO
ब्लॉगिंग की बात हो और SEO का जिक्र न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। आपके competitor का analysis करने में सबसे मुख्य रोल SEO ही निभाता है, क्योंकि उसके कंटेंट का optimization ही उसकी ranking तय करता है।
यह बात सही है कि आपको domain authority, backlinks, keyword research और content quality पर ध्यान देना होगा, परंतु competitor analysis में SEO भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
आप सबसे पहले अपने competitor के कंटेंट के URL को किसी SEO Checker वेबसाइट पर डालें। वहाँ आपको उसके कंटेंट का SEO score पता चल जाएगा और यह भी समझेगा कि उसने कौन-सी चीज़ें improve की हैं।
ध्यान दें: उसके लिखे हुए कंटेंट को कॉपी करके अपनी वेबसाइट पर न डालें, क्योंकि इससे दोनों के कंटेंट की uniqueness खत्म हो जाएगी और आपकी ranking कभी नहीं बढ़ेगी।
Competitor Analysis Kyu Kare?
अब तक आप समझ गए होंगे कि competitor analysis करने से आप अपनी वेबसाइट को overall improve करते हैं। इसके बहुत सारे फायदे हैं, चलिए उन्हें जानते हैं:
- आपकी वेबसाइट पर पहले से ज़्यादा traffic देखने को मिलेगा।
- वेबसाइट की ranking improve होगी और गूगल आपकी पोस्ट को जल्दी index करेगा।
- Competitor से बेहतर कंटेंट लिखने से आपकी पोस्ट Google Discover में भी आ सकती है।
- आपके domain की authority बढ़ेगी।
- आपकी वेबसाइट न सिर्फ main keyword पर, बल्कि sub-keywords पर भी rank हो सकती है।
- आगे से आप जितने भी कंटेंट publish करेंगे, गूगल आपको ज़्यादा priority देगा।
Competitor analysis करने का कोई नुकसान नहीं है, इसलिए आपको अपने niche के competitors को हमेशा analyze करते रहना चाहिए।
Conclusion
दोस्तों, जितने भी नए bloggers इस कंटेंट को पढ़ रहे हैं, मैं उनसे यही कहना चाहूँगा कि आप अपने content को हमेशा updated रखिए और अपने competitors को analyze करते रहें। इससे आपको अपना कंटेंट बेहतर बनाने में हमेशा मदद मिलेगी।