SEO क्या है और कैसे करे – On Page, Off Page SEO in Hindi

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दोस्तों, bloggers का सिर्फ एक ही सपना होता है कि उनका blog या website Google के search engine पर top ranking पर आए और उनकी website पर लाखों में traffic आए।

चाहे आप blogger हों या फिर आपकी एक news website हो, या आपका कोई business website हो, हर website जब तक Google search engine पर rank नहीं होती है, तब तक उस पर traffic नहीं आता है।

अब आप खुद का ही उदाहरण लीजिए। आपको यदि कोई सवाल का उत्तर ढूंढना हो, तो सबसे पहले आप Google पर जाते हैं और search box में अपना सवाल search करते हैं। Google फिर आपके सवाल से संबंधित जानकारी या उत्तर आपको result में दिखाता है।

अब search result में पहले पेज पर कुछ दस से पंद्रह websites के articles मौजूद होते हैं। अब, आप जो topic पर सवाल ढूंढ रहे हैं, उस पर तो हजारों websites ने article लिख रखे होंगे।

परंतु, जो content और जिस website की जानकारी सबसे लाभदायक होगी और जिससे user को ज्यादा बेहतर user experience मिलेगा, सिर्फ उन्हीं websites को Google अपने first page पर priority देता है।

यह सारी प्रक्रिया को blogging की दुनिया में एक नाम दिया गया है, जिसे हम SEO यानी Search Engine Optimization कहते हैं।

तो यदि आपने WordPress पर blog बिना coding के बनाना सीख लिया है और आप भी blogging की दुनिया में सफल होना चाहते हैं, या आपको अपनी किसी brand website को Google पर ranking करवानी है, तो SEO करना होगा।

यदि आपको SEO के बारे में जानकारी नहीं है और SEO कैसे करते हैं, इस बात से आप वाकिफ नहीं हैं, तो यह लेख आप पूरा ज़रूर पढ़ें। इसमें मैं आपको SEO की सारी जानकारी बताऊंगा।

जैसे मैंने आपको बताया, SEO का पूरा नाम Search Engine Optimization है। अब बहुत से लोगों को लगता है कि इसका technical name Search Engine Optimization ही क्यों रखा गया है?

तो चलिए, Search Engine Optimization के नाम के पीछे का पूरा खुलासा मैं आपके सामने करता हूं।

इसके नाम में ही इसका मतलब भी छुपा है। Search Engine Optimization का सच मतलब, जो भी आप Google पर सवाल search करते हैं (की मतलब इंजन), तो Google क्या है? यह एक search engine है

Search engine का optimization यानी वैसा content जो कम शब्दों में लिखा गया हो या ज्यादा लाभदायक हो, जो user-friendly भी हो और जिस पर लोग visit करने के बाद back न जाएं, उसे optimize कहा जाता है। इस तरह से SEO का पूरा नाम Search Engine Optimization रखा गया है।

यदि आपको अभी तक SEO के बारे में जानकारी नहीं समझी है, तो चलिए इसे मैं और आसान बना देता हूं।

जब कोई व्यक्ति अपने website पर content लिखता है, तो उस content को लिखने का एक technical structure होता है, जिसमें हमें बहुत सारी चीजों का ध्यान रखना होता है, जैसे कि content में heading, link, images – यह सब भी add करना होता है।

अब यदि कोई व्यक्ति बहुत अच्छा लेखक है और वह अपने blog में सिर्फ content लिखे ही जा रहा है, लिखे ही जा रहा है, उसने सही से keyword place नहीं किया, internal linking नहीं की, अपने content को share नहीं किया, अपने website को optimize नहीं किया, तो उसका content कोई मतलब का ही नहीं है, क्योंकि उसकी website को Google first page पर ranking ही नहीं देगा।

तो जब उस लेखक की website को ranking ही नहीं मिल रही है, तो उसकी website पर visitor कैसे आएंगे? और जब visitor ही नहीं आएंगे, तो उसके blog पर इतना बेहतरीन content लिखने का कुछ फायदा भी नहीं होगा।

तो चलिए, अब Search Engine Optimization काम कैसे करता है, वह भी जान लेते हैं। इसके पीछे भी कुछ दो से तीन technical process की जाती हैं, तो उन्हें ही हम आसान शब्दों में समझते हैं।

अब आपने जिस topic पर content लिखा होगा, इस topic पर हजारों अन्य blogs ने भी content लिखा है। तो अब किसका content सबसे best है, यह जानने के लिए आपको SEO कैसे काम करता है, यह समझना होगा।

तो, search engine के कुछ crawler bots होते हैं, जो आपके content को indexing करने का काम करते हैं। अब इनके पीछे कुछ factor रखे गए हैं, और उन सभी factors को मद्देनज़र रखने के बाद जब crawler bots को लगेगा कि आपकी website में प्रभावशाली content है, तो वह automatically आपकी website की ranking को push करता जाएगा।

यदि आसान शब्दों में कहें, तो इसे तीन steps में पूरा किया जाता है:

  1. सबसे पहले आपके content को crawler bot द्वारा crawling किया जाता है।
  2. Crawling करने के बाद, जब आपके content में दम होगा, तो उसके बाद आपके content को indexing दी जाती है।
  3. अब जैसे ही आपका content index हो गया, तो उस content को किस नंबर की position पर ranking देनी है, वह decide होता है।

तो, जितना बेहतरीन और SEO-friendly content आप लिखेंगे, अपने website को optimize रखेंगे और ज्यादा से ज्यादा अपने reader के साथ interaction करेंगे, उतना ज्यादा आपकी website को ranking मिल पाएगी।

यदि आप SEO करना चाहते हैं अपने blog website के लिए, तो सबसे पहले आपको SEO के दो प्रकार समझने होंगे। क्योंकि वैसे तो SEO के काफी प्रकार हैं, परंतु ये दो ही मुख्य यानी प्रमुख प्रकार होते हैं, जिन पर आपके content की ranking decide होती है:

  1. On-page SEO
  2. Off-page SEO

इन दोनों SEO के बारे में हम विस्तार में बात करेंगे। तो सबसे पहले हम शुरुआत करते हैं On-page SEO से, क्योंकि On-page SEO आपके content को optimize करने में मदद करता है।

यदि आपको blog post लिखना नहीं आता या आपने कुछ दिन पहले ही blogging शुरू की है, तो आप हमारा “Blog Post लिखने का आसान तरीका” यह लेख ज़रूर पढ़ें, जिससे आपको content लिखने का idea समझेगा।

On-page SEO के बहुत से प्रकार होते हैं, और आज मैं आपको On-page SEO के कुछ महत्वपूर्ण 10 types बताने वाला हूं, जिनका ध्यान में रखते हुए आपको अपने content का On-page SEO करना चाहिए:

इसे हम article का title भी कहते हैं और यह SEO का सबसे पहला step होता है। आपका content जिस topic से related आप लिख रहे हैं, उससे संबंधित आपको बहुत अच्छा title लिखना पड़ेगा।

Title में आप अपने focus keyword या content research में आए हुए keyword का use कर सकते हैं। आपके title को SEO-friendly बनाने के लिए आप इसमें numbers का इस्तेमाल ज़रूर करें।

हालांकि इसे Headers का नाम दिया गया है, परंतु इसे ज्यादातर लोग heading tags कहते हैं। इसमें Heading 1 (H1), Heading 2 (H2), Heading 3 (H3) जैसी headings को रखा गया है।

यदि आसान शब्दों में कहें, तो इसे heading और sub-heading बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यदि आप किसी topic पर content लिख रहे हैं, तो उसकी बहुत सारी headings हो सकती हैं, और उन्हीं बहुत सारी headings को महत्व देने के लिए यह heading tags को बनाया गया है।

आप अपने article में H2, H3 tags का इस्तेमाल ज़रूर कीजिए। इससे आपका content optimize होगा और यह ज्यादा SEO-friendly बनेगा।

आप जिस किसी विषय पर article लिख रहे हैं, उसका content आपको एकदम high-quality का लिखना पड़ेगा। High-quality यानी आपके competitors से बेहतर article लिखें।

आप competition से अच्छा article लिखने के लिए keyword researching पर ध्यान दें और जो भी आप niche select कर रहे हैं, उस niche पर इतना detailed content लिखें कि जब भी कोई user आपका लेख पढ़े, तो वह आपके content में engage हो जाए।

High-quality content उस content को कहा जाता है, जिस content को आपका blog reader 3 से 5 मिनट तक पढ़े। जितना interactive content रहेगा, आप जितना अपने reader से interact करोगे, बातचीत करोगे अपने content के द्वारा, उतना वह high-quality content कहलाएगा।

ज्यादातर लोग सिर्फ अपने article के content पर ही ध्यान देते हैं, परंतु वह अपनी website की speed को optimize रखना तो भूल ही जाते हैं। और website की speed को optimize करना भी On-page SEO का एक मुख्य part है।

जाहिर सी बात है, कोई भी user slow website को read करना नहीं चाहेगा और Google भी वैसी website को ज्यादा priority नहीं देगा। तो आपकी slow website की speed को increase करने के लिए आप optimization plugin का इस्तेमाल कर सकते हैं।

हमारे blog पर मैं WP Rocket plugin का इस्तेमाल करता हूं। इस plugin के free version में भी बहुत अच्छी settings मिलती हैं, जिससे आपकी website की speed, cache और image को आप optimize कर सकते हैं।

Content के अंदर internal linking का use ज़रूर करें। इससे आपका content और ज्यादा SEO-friendly होता है। Blog post के अंदर अपने पुराने articles का link भी आप लगा सकते हो और अन्य websites के links को भी include कर सकते हैं।

यदि user को एक ही content के अंदर उस topic से संबंधित सारे link मिलेंगे, तो वह user अन्य website पर नहीं जाएगा, आपकी website पर article को पूरा पढ़कर उस link को click ज़रूर करेगा। तो, internal linking करना बहुत जरूरी है।

आपने जिस विषय पर अपना content लिखा है, वह 800 से 2000 words तक हो सकता है। अब यह article के अंदर आप actual में क्या जानकारी दे रहे हो, उसे कम शब्दों में लिखना ही meta description कहते हैं।

तो आप अपने meta description को 60 से 80 words में लिखिए और आपके content में आप क्या जानकारी प्रदान करने वाले हैं, वह इस meta description में बताएं।

Content सिर्फ text format में ही नहीं, image format या video format में भी लाभदायक होता है। तो आपके article में आप image और video का इस्तेमाल ज़रूर कीजिए। और जो आप image लगा रहे हैं, उस image का आपको SEO करना पड़ेगा।

Image के SEO को directly किया नहीं जाता, उसको ALT TEXT के द्वारा करते हैं। ALT TEXT में आप image क्या topic से संबंधित है, image का title क्या रहना चाहिए, image का caption और description जैसी चीजें लिख सकते हैं।

Google पर सिर्फ article ही rank नहीं होते, बल्कि Google search engine में एक image का section भी होता है, जहां यदि आपके article का image rank कर जाए, तो उससे भी बहुत traffic आने की संभावना होती है।

Post के URL को हम article का link कहते हैं। और आप अपना post जितना अच्छा लिख रहे हो, जितना ज्यादा words का लिख रहे हो, उसे कम शब्दों में अपने URL में रखिए।

जब भी हम अपने content को share करते हैं, तो share करने के लिए हम अपने article का link ही देते हैं, और यह link बहुत important होता है क्योंकि Google पर भी जब आपका article rank होगा, तो Google पर जो link रहेगा, वह एक SEO factor है।

आपके content के साथ-साथ website का theme भी अच्छा रहना चाहिए। और आपका website का mobile responsive होगा, तो आपकी website की speed भी बहुत अच्छी रहेगी और Google mobile-friendly experience अपने reader को देना चाहता है।

क्योंकि आज भी आधे से ज्यादा लोग search engine का इस्तेमाल अपने mobile phones पर ही करते हैं। इसीलिए mobile में यदि आपकी website का design अच्छा होगा, तो आपकी website को ranking मिलेगी।

Mobile responsive themes GeneratePress, Newspaper और इत्यादि NewsMag जैसी हैं। तो आप अपने WordPress blog पर lightweight themes का इस्तेमाल करें और ज्यादा plugins को न रखें।

Article के अंदर आपको bullet points का इस्तेमाल भी करना चाहिए। जैसे आप किसी topic के sub-topic पर जानकारी दे रहे हों, तो आप bullet points को इस्तेमाल कीजिए।

Bullet points को इस्तेमाल करने का एक फायदा यह भी है कि आप bullet points में कम शब्दों में बेहतर तरीके से जानकारी प्रदान कर पाएंगे और blog readers का ध्यान भी सबसे पहले bullet points पर जाता है।

आपके content का structure आप अपने हिसाब से बनाकर रखिए। जैसे सबसे पहले आप introduction लिखेंगे, फिर blog का heading रहेगी, उसके बाद उस heading की जानकारी 200 से 250 words में रहेगी, बाद में आप H3 या कोई image रखोगे।

उसके बाद sub-heading के सारे topic आएंगे, उसे आप 200-300 words में लिख सकते हो। बाद में आप चाहें तो image या video को रख सकते हैं और article के end में आप H4 या H5 heading का इस्तेमाल करें।

जैसे On-page SEO का काम अपने content के अंदर होता है, वैसे ही Off-page SEO को backend में किया जाता है। Backend का अर्थ आपकी पूरी website में जिन चीजों का ध्यान रखना पड़ेगा, उसे Off-page SEO कहते हैं।

Website के लिए High-Quality backlinks ज़रूर बनाएं। Backlink आपकी website पर traffic लाने का काम भी करता है।

जब कोई high authority website आपकी website को अपने content में mention करती है और आपकी website का URL अपने content में रखती है, उसे backlink कहते हैं।

आपकी website की loading speed milliseconds में रहनी चाहिए। यदि आपकी website load होने में बहुत समय लग रहा है, तो आपको सबसे पहले अपनी website के page speed पर काम करने की जरूरत है।

Website की speed कई तरह से optimize की जाती है। आप सबसे पहले एक lightweight theme का use करें और अपनी website में मौजूद caches को clear करें।

जब आप किसी अन्य popular website पर as a writer content लिखते हैं और उस content में आप अपनी website को भी mention करते हैं, उसे guest posting कहते हैं।

यदि आपका नया blog है, तो obviously बात है, आपकी website को कोई जानता नहीं होगा। तो आपको बड़े-बड़े websites पर guest posting करनी होगी। उस guest posting में आपको website के लिए एक backlink भी मिलेगा, जिससे नए user आपकी website पर आएंगे।

आप website पर 10 articles लिखें या चाहे हजार, उन articles के link को आप अपने social media platforms जैसे WhatsApp, Twitter, YouTube, Instagram पर ज़रूर share करें।

Website के URL को social media पर share करने से वहां आपकी engagement बढ़ती है और social media के नए users आपकी website के साथ connect हो पाते हैं। इससे आपकी website पर traffic भी बढ़ेगा।

Website पर newsletter लगाने का एक बहुत बड़ा फायदा यह है कि आप आपके users के साथ email marketing या email interaction कर सकते हो। जब भी आप कोई नया article अपनी website पर publish करोगे, तो आप उसे newsletter के जरिए अपने reader तक पहुंचा पाओगे।

कम शब्दों में कहूं, तो newsletter का काम notification देना होता है। आपकी website पर जितने भी नए updates आप दोगे, वह आपके users तक पहुंचेंगे।

यदि आपकी website में या किसी blog post में आप link use कर रहे हो और जो links open नहीं हो रही हैं, वैसे links को dead link or broken link कहते हैं।

तो आपकी website पर मौजूद सभी broken links को आप delete करें। इससे आपकी website पर negative impact आएगा। Broken links को find करने के लिए Internet पर बहुत tools मौजूद हैं, आप उनका इस्तेमाल कीजिए।

तो दोस्तों, यहां तक यदि आपने मेरा “SEO Kya Hai” यह article पढ़ लिया होगा, तो आपने SEO के types और SEO से संबंधित पूरी जानकारी समझ ली होगी। अब इतना तो आपको समझ में आ गया कि SEO करना बहुत जरूरी है। लेकिन SEO करना क्यों जरूरी है, इसके मैं आपको कुछ फायदे बताता हूं:

  • SEO करने से आपकी website पर traffic आता है।
  • SEO के द्वारा आपकी website की domain authority बढ़ती है।
  • SEO के द्वारा आपका blog popular होगा, तो आप भी famous हो सकते हैं।

SEO करने के फायदे बहुत सारे हैं और नुकसान कुछ भी नहीं। तो यदि आप सही ढंग से SEO करोगे, तो आपकी website की ranking आपको ज़रूर बढ़ती दिखेगी।

Conclusion

दोस्तों, मैं उम्मीद कर रहा हूं, SEO के ऊपर मेरा यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि आपको SEO करने में कोई भी परेशानी हो रही है, तो आप YouTube पर “SEO kaise karte hain” उसके videos भी देख सकते हो। तो आज ही जाएं और अपने content को SEO से optimize करें।

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